बंद करो ये लॉकडॉन
कब तक लोगो को कोरोना से डराते रहोगे,
उन्हे यूंही सताते रहोगे,
ना जाने कितने घर बर्बाद हो गए,
कितने ही बच्चे अनाथ हो गए,
कितनी मांगे सुनी हो गईं,
कितनी माएं बेसहारा हो गई,
कितनो के सर से छत छीन गई ।
कब तक छीनोगे लोगो की रोजी रोटी।
अब तो देदो उन्हे भी रोटी
कब तक बच्चे यूंही रोएंगे
बिना खाए हुए रोटी।
अब तो देदो लॉकडॉन को छुट्टी।
-shama parveen