बापू !
आप दिनदहाड़े सस्ता होते जा रहे हो!
सब मेंहगा होता जा रहा हैं!
और आप बांग्लादेशसे
भी नीचे जा रहे हो!
क्या हुआ है आपको स्वर्गमे?
धरती पर पेट्रोल 100 के पार जा रहा है !
पेहले 1000 की भेट बड़ी लगती थी!
अब इनका 2000 हो रहा है !
क्या करें आम लोग?
राजकीय लोग कोई काम नही करते..
फ़िर भी मिलक़्त 2000 करोड़ से पार होती जा रही है!
आये थे प्रधान सेवक बनकर -
अब RBI के बाप बनते जा रहे हो.
- वात्सल्य
(आपको जन्मदिन मुबारक )