हम सब भौतिक जीते हे और भौतिक ही मर जाते है।
सिर्फ कुछ लोग ही अपनी पीडा समज कर आध्यात्मिक जीते है।
भौतिक मृत्यु निश्चित हे वैसे भी शरीर तो नश्वर है।
आध्यात्म से पार होकर ही मोक्ष मिलता है।
लेकीन यह भी सब के नसीब में नही होता।
इश्वर कोई भी पीड़ा अकारण नही देता ।
विपुल प्रीत