मझे तुमसे कितना है प्यार यह मैं नहीं , मेरी रुह जानती ।
तुझ में बसी है मेरी जान यह बात मै नही , मेरी रूह जानती ।
जाने क्या रिश्ता है , क्या नाता है , सदियों से तुमसे यह बात मैं नहीं, मेरी रूह जानती ।
तुम से बिछड़ कर कैसी होती है , यह वेदना यह बात मैं नहीं मेरी रूह जानती ।
जाने कब होगा यूं रूह से रूह का मिलन यह बात मैं नहीं ,मेरी रूह जानती।
-manisha sharma