भीड़ चाहे कितनी भी होगी ,
आपको पहचानने की गलती हमसे कभी ना होगी !
आपकी एक मुलाकात में हमें जीने की वजह मिल गयी ,
ज़िन्दगी की भूल भुलैया जैसे एक राह बन गयी !
शौक पुरे ना होने का हमें कोई ग़म नहीं हैं ,
क्योंकी ख्वाब आपका हमारे लिए ज़िद बन गया है !
बातों में उलझाकर अपना बनाना फितरत में नहीं है आपकी ,
अगर छूना है आसमान को तोह बेईमानी की चद्दर किस काम की ?
बीत जाएगी ज़िन्दगी यूही बस एक पल में ,
अब गुझरे हुए लम्हों में खोकर कमजोर नहीं बनना है हमें !
-Patel Anjali