Hindi Quote in Poem by Urmi Chauhan

Poem quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

खिड़की के सामने तकती थी ढलते सूरज की रोशनी ,
उसकी झलक का धीरे-धीरे निशा में परिवर्तित होना ,
शायद उसी तरह तुम्हारा होले से चले जाना !

खिली बहार ए बसंत की फिर आना पतझड़ का ,
याद दिला रहा है मुझे तुम्हारे वचन की उम्र और अवस्था ,
बदलते मौसम की तरह रुख बदलते वादे !

कच्ची दीवारों का रंग बारिश आते ही धूल गया ,
वैसे जैसे तुम्हारा मुझ पर से मुंह और आकर्षण ,
थोड़ा थोड़ा कम थोड़ा अदृश्य होते गया !

फूलों से प्रेम करते हैं लोग तब तक जब सुख न जाए ,
फिर घुल जाता पानी में या फिर गिरता जमीन पर ,
बिल्कुल प्रेम की तरह !
हो जाता खत्म है या फिर
धीमी गति से हो जाता वह लुप्त है ;
बस रहता नहीं जीवन भर !!!

-Urmi❤️

Hindi Poem by Urmi Chauhan : 111701340
New bites

@ Hathab beach.

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now