जो कल था वही मैं आज हूँ।
बस कुछ बदलाव के साथ हूँ।
न्याय और शिक्षा की आवाज़ हूँ।
पहले मैं इलाहाबाद था
लेकिन अब मैं प्रयागराज हूँ।
जहाँ विभिन्नता में एकता हो
विश्वविद्यालय की शान हूँ
मैं छात्रों की सफलता का परवाज़ हूँ...
पहले मैं इलाहाबाद था
लेकिन अब मैं प्रयागराज हूँ.....।
-Arjun Allahabadi