जब गोरों की सत्ता कुछ देश भक्तों के एक साथ खड़े होने से डगमगाई थी,,,
जब 'कायर' डायर ने निर्दोषों पर सैंकडों गोलियाँ चलवाई थी,,,,
डर था ये एकता का,,,था डर देशभक्ति का भी,,,
ये कुर्बानी व्यर्थ गई नहीं, शुरुआत थी ये दुश्मन के अन्त की भी,,,
जाने कितनों ने प्राण दिए ,,,,कितने थे असहाय हुए उस
पल में,,
पर इस नरसंहार ने बदले की ज्वाला जला दी थी,, हर एक हिन्दुस्तानी के दिल में,,,,
🙏🙏🙏🙏
""आज के दिन जलियाँवाला बाग में हुए कत्लेआम में शहीद हुए देशभक्तों,, क्रान्तिकारियों को नमन🙏🙏""
""khushboo""