भोजन तो शुद्ध और शाकाहारी होना चाहिए।
भोजन मंत्र पढें फिर आसन पर विराजमान होकर भोजन ग्रहण करना चाहिए। भाई रोटी और दाल खाओ । प्रभुजी के गुण गाओ। साथ यही
भोजन निभाएगा।
चावमीन और मनचूरियन नहीं काम आएगा।स्वदेशी भोजन अपनाओ
बेरोजगारी को दूर भगाओ। मिष्टान्न में जलेबी खाओ और बालूशाही खाओ ।
बेकारी का समूल नाश करो।
राम भरोसे ढाबे का रोटी तड़का खाओ।
फिर लाल गुलाबी हवा मिठाई खाओ।
-Anita Sinha