" April 2nd is World Autism Awareness Day. Every day should be World Autism Acceptance Day " – Finchley Central Tube Station
दुःख की बात है कि हमारे देश में अक्सर लोग आटिज्म को एक श्राप या कलंक समझते हैं या इसे शर्म की बात समझ छुपाना चाहते हैं . भले यह वरदान न हो फिर भी सही परिस्थिति , परिवेश और प्रोत्साहन मिलने पर ऑटिस्टिक ( autistic ) बच्चा भी बिजनेस टाइकून या वैज्ञानिक बन चमत्कार कर सकता है . आटिज्म को हेय दृष्टि से न देखें वे बहादुर हैं जो जीवन में नित संघर्ष कर कुछ करना चाहते हैं उन्हें समझें और सम्मान के साथ उन्हें आगे बढ़ने और खुशहाल जीने का मौका दें .