हमदर्द बनकर कोई, दर्द के साथ गुजर जाए,
अश्कों भीगा एहसास, पलकों पर गुजर जाए
बगीयन में भौरोंकी, गुनगुनाहट गीत याराना,
सफ़र में मस्त मौलाना ,अंदाज से, गुजर जाए
दिल ए सादगी हुश्न लाजवाब,फुल जैसा कोमल,
रंग ए नूर अंदाज में, महकता हुआ गुजर जाए
ख्वाब ओ खयाल खुबसूरती भी,तिलस्मी उनकी,
महेफुस दिल में हकीकी हुश्न रुहानी ,गुजर जाए
आनंद ख़ोजता है कहां, तु मौज ए दिल दरिया,
रहेमदिल वोह फरिस्ता , मिजाज दिल गुजर जाए
-મોહનભાઈ આનંદ