कुछ तो है तुम्हारा मेरे पास,
जो में देना नही चाहता, या दे नही सकता,
कहना नही चाहता, या कह नही सकता ।
वरना...
चेहरा मेरा, मुस्कुराहट मेरी तो वो ख्याल क्यूँ तुम्हारा
शब्द मेरे, शायरी मेरी, तो वो एहसास क्यूँ तुम्हारा
कुछ तो है तुम्हारा मेरे पास,
जो में कहना नही चाहता, या कह नही सकता।
-sK