अगर आप अच्छा सोचने लगे हो, और एक बेहतरीन फैसला लेने लायक बन चुके हैं, तो आपके माँ बाप का फर्ज पूरा हुआ, इससे ज्यादा उनसे कोई उम्मीद न रखें, आपको इतना समझदार बनाने में ही आपके माता पिता ने अपनी ख्वाहिशे त्याग दी, अब उनसे मांगने की नही उनको देने की, उम्र आप जी रहे हो
-प्रवीण बसोतिया