My Wonderful Poem...!!!!
यारों कल रात मौत से मुलाकात हो गई
हाल पूछा,फिर थोड़ी-सी बात भी हो गई
उलझनमें थी,शायद कोई घर ढूंढ रही थी
वो मै ही था, जिसे वह नजर ढूंढ रही थी
दिल लरज-सा गया, हस्ती तिलमिलाई
ज़बान लड़खड़ाईं, हूएँ ज़हन में महसूस
सन्नाटे-से अनगिनत बेवजह बेशाखता
हस कर कहने लगी,तुम बहुत सता रहे हो
क़यामत खड़ी है,फिर भी मुस्कुरा रहे हो
आज तुम्हे जिंदगी से बहुत दूर जाना है
फ़ानी जिंदगीको छोड़ मौत गले लगाना है
हमने भी मुस्कुरा के हल्के लहेजेंमें कहाँ
ये आलम, ये हस्ती, ये जीवन, ये मस्ती
चाहते अपनी तुझ पे सब कुछ वार दूंगा
चल मेरे घर,आज तुझे एक उपहार दूंगा
सुर्ख़ लाल जोड़े में, तेरा दीदार करना है
जाँ है मेरी,जी भर के तुझे प्यार करना है
जवाँ-मर्दी देख मुसकुराते हूएँ मौत भी
बोली आऊंगी फिर आज मुझे जाने दो
मेरा इंतजार करो, खुद को मुस्कुराने दो
लड़ता जो है कोरोनावायरस से हस कर
दट़ कर पलट देता मौतके मौक़े हर पल
आज तक मै उसका इंतजार कर रहा हूँ
मौत ना सही जिंदगी से प्यार कर रहा हूँ
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