My Spiritual Poem...!!!
नज़रों की पाकीज़गी
नियतो की पाकीज़गी
ख़्यालों की पाकीज़गी
अल्फ़ाज़ो की पाकीज़गी
ज़बान की भी पाकीज़गी
व्यवहार की पाकीज़गी
ज़हनों-सोच की पाकीज़गी
अमल-ए-हक़ की पाकीज़गी
जिस्मानी-कुव़त की पाकीज़गी
इन्सानी-रुँह की पाकीज़गी
मिट्टी के ढाँचे से बना बर्तन 🍴
गर हम हर पल साफ़ कर पाक
कर संवारते रहे जीवन-पर्यंत
तो प्रभुजी से बे-शक पुरस्कृत
हो कर साईं कबीर मीरा नानक-सा
मर्तबा पा कर कर लेंगे जीवन-सार्थक
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