My Wonderful Poem..!!!
इन्सान हालातों से मजबूर होता
हर इंसान दिल से बुरा नहीं होता
तेल की कमी से भी दिया बुझता
हर बार कसूर हवा का नहीं होता
अच्छे इन्सान अच्छाइँ के मद्देनज़र
ख़ामोश वनाँ बोलना इन्हें भी आता
इज़्ज़त बनानेमें तो बरसों लग जातें
इज़्ज़त की धज्जी में पल ही लगता
इमान-इनाम सबको नसीब न होता
चंद जवाँमर्द का इमान पुख़्ता होता
दौलत के पुजारी कोड़ी मोल होते
पर इमान के पक्के अनमोल होते
घटना घटे फिर पता चले आम बात
घटने से पहले पता चले ख़ास बात
इल्म इस बात का सबको नही होता
पर जिंसें होता वह ख़ामोश ही रहता
प्रभुजी की मसलेंहत में दख़लंदाज़ी
भी होती प्रभुजी की शान में ग़ुस्ताख़ी
✍️🥀🥀👍🏾🌹🙏🌹👍🏾🥀🥀✍️