1 राष्ट्र
राष्ट्र हितों को भूल कर, निज-हित की भरमार।
आज चलन यह छा गया, यही देश पर भार।।
2 तिरंगा
हाथ तिरंगा ले चले, जिसको देखो आज।
कब कीमत वे आँकते, झूठा करते नाज ।।
हाथ तिरंगा ले खड़ी, मनमोहक मुस्कान।
भारत माँ की आन है, करें सभी सम्मान।।
3 गौरव
भारत का गौरव रहा, संविधान-गणतंत्र ।
हमको उस पर नाज हो, तब बदलेगा मंत्र।।
4 माटी
माटी अपने देश की, जग में हुयी महान।
राम, कृष्ण, गौतम सभी, मिला बड़ा सम्मान।।
5 अस्मिता
देश-अस्मिता भूलकर, खुद को कहें महान।
दुश्मन हैं वे देश के, कभी न हो गुणगान।।