मे और मेरे अह्सास
दिल सुनहरी यादों से भरा सा लगता है l
खुशी से जीने का आसरा सा लगता है ll
क्यों ना ख्वाहिश रखूँ खूबसूरत पलो की?
साथ जो भी बीता लम्हा जरा सा लगता है ll
मोबाइल मे प्यारी तस्वीरें देखकर आया हुआ l
होठो पे जूठा तबस्सुम बावरा सा लगता है ll
दर्शिता