1- राह दिखा हे कृष्ण मुराऽरी-2
-कब तक भटकूं जन्मों-जनम तक।
कर दो कृपाऽ बनवारीऽऽऽ-राह..
2- जग द्वारे मैं जाई पुकारा-
-कोई मिला न और सहारा।
आ द्वार पड़ा हे मझाऽरीऽऽऽ-राह..
3- निस-दिन तेरी राह तकूं मैं-
-प्रीत की रीत भूला न सकूं मैं।
दर्शन दो गिरधाऽरीऽऽऽ-राह..
4- मिलन की आस जगा दो मोहन-
-नैनों की प्यास बुझा दो सोहन।
बिनती करूं मैं तिहाऽरीऽऽऽ-राह.. 😭😭
-सनातनी_जितेंद्र