आप सभी को मकर सक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं सभी दोस्तों मित्रों साथियों एवं परिवारों को मकर सक्रांति की यह पावन बेला शुभ हो मंगलमय हो- ब्रह्मदत्त
जय जय नारायण नारायण हरि हरि तेरी लीला प्रभु न्यारी न्यारी हरी हरी भगवान विष्णु का आज शुभ दिन बृहस्पतिवार वीरवार और गुरुवार है और आज हमारा पावन पर्व मकर सक्रांति का भी शुभ अवसर है तो आओ इस विषय पर चर्चा करते हैं ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ अपने दोस्त मित्र साथी के साथ........
👉मकर संक्रांति यानी सूर्य के उत्तरायण होने का पर्व। शास्त्रों में उत्तर दिशा को देव दिशा माना गया है और मकर संक्रांति के दिन जब सूर्य उत्तरायण होकर भ्रमण करना शुरू करते हैं तो इस खास अवसर पर देवलोक का दरवाजा खुल जाता है। ऐसे में पूजा पाठ और गंगा स्नान के साथ साथ दान पुण्य का भी बेहद महत्व है। कहा जाता है कि इस दिन दान करने से जीवन में सुख समृद्धि मिलती है और इस दिन किया गया दान आपको ही सौ गुणा होकर प्राप्त होता है। मकर संक्रांति पर यदि कुछ खास चीजों का दान किया जाए तो न केवल आपके शनिदोष दूर हो जाएंगे बल्कि आपका करियर एक शानदार रफ्तार पकड़ सकता है।
आइए जानते हैं कि मकर संक्रांति के अवसर पर क्या क्या दान करना चाहिए।
Makar Sankranti 2021: 14 जनवरी को यानिकि आज है मकर संक्रांति,
👉जानें इससे जुड़ी मान्यताएं, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त➖मकर संक्रांति की तिथि और स्नान-दान का शुभ मुहूर्त
(Makar Sankranti Shubh Muhurat for Snan-daan)
आज मकर संक्रांति बृहस्पतिवार वीरवार गुरुवार को प्रात: 8 बजकर 30 मिनट बजे से आरंभ होगी. ज्योतिष के अनुसार, यह बहुत ही शुभ समय माना जाता है. समस्त शुभ कार्यों की शुरुआत इस संक्रांति के पश्चात ही होती है. इसका पुण्य काल मुहूर्त सुबह 8.30 से लेकर शाम 5 बजकर 46 मिनट तक रहेगा. वहीं, महापुण्य काल का मुहूर्त सुबह 8.30 से 10.15 तक का होगा. स्नान और दान-दक्षिणा जैसे कार्य इस अवधि में किए जा सकते हैं.
तिथि: 14 जनवरी, 2021 (गुरुवार)
पुण्य काल मुहूर्त: सुबह 8:30 से शाम 5.46 तक
महापुण्य काल मुहूर्त: सुबह 8:30 से 10.15 तक
खिचड़ी
सबसे पहले बात करते हैं खिचड़ी की। मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाना भी बेहद महत्व की चीज है। लेकिन अगर आप खिचड़ी दान करते हैं तो यह बहुत ही शुभ होता है। इस दिन दाल और चावल की खिचड़ी खाना और दान करना बेहद शुभ होता है। अगर आप खिचड़ी दान करना चाहते हैं तो काली उड़द की दाल के साथ चावल मिलाकर बनाइए और दान कीजिए। अगर कच्ची खिचड़ी दान करना चाहते हैं तो उड़द की दाल, चावल, हल्दी नमक और देसी घी को अलग अलग बर्तन में रखकर दान कर सकते हैं। चूंकि उड़द शनि का प्रतीक है, इसलिए इसके दान से शनिदोष दूर होगा और चावल चूंकि अक्षय अनाज कहा जाता है। चावल दान करेंगे तो उसका सौ गुणा पुण्य प्राप्त होता है।
प्रस्तुतीकरण 🎉ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़