ज़रूरी नहीं!
जरूरी नहीं कि कोई बात ही चुभे, किसी से बात ना होना भी चुभता है।
जरूरी नहीं कि नजदीकियों में ही प्यार हो, फासलों में भी इश्क की बुलंदियाँ देखी है हमने!
जरूरी नहीं कि मोहब्बत में रोज़ बातें हो, ख़ामोशी से एक-दूसरे की तस्वीर देखना भी इश्क है।
-Shreya SANAATAN Yaduvanshi