कितना खूबसूरत होता जब सुंदर भाती हर चीज
सीरत से भी श्रेष्ठ होती
अक्सर विपत्ति पूर्व कोई लिफाफा मिल जाता ,
हल ना सही सावधान कर देता अनहोनी से !
काश ! कदर गुणों की करते हो भले जेब खाली ,
चंद पैसों का मूल्य तो देखो राक्षस भी पूजा जाता !
ज्ञान विज्ञान कितना भी पढ़ लो मन की मलिनता कैसे निकाले ? अगर जातिवाद से परे देख पाते तो जरूर मिल जाए ईश्वर !
मतभेद मनभेद में उलझे खुद ही बिक जाते ,
भीतर अपने तलाश ए मानव काश मिल जाए मानवता !!
Urmi