जीवन की तस्वीर तो देखो;
अपनी ही तकदीर तो देखो;
चलें हैंअकेले पाने मंजिल को,
संग नहीं कोई राहगीर तो देखो;
छोड़ रस्मों रिवाज़ दुनिया के,
तोड़कर हर जंजीर तो देखो;
सब तैयार है काटने को यहाँ,
हाथ लीए शमशीर तो देखो;
फिर भी ज़िन्दगी खूबसूरत है,
जीवन की तस्वीर तो देखो;