" किसके खयालों में "
किसके खयालों में खोई हुई हो तुम,
मुझे तो यूं भुला चुकी हो तुम,
मेरे अलावा किसे याद करती हो तुम,
किसके ख्यालों में खोई हुई हो तुम.....!
अभी पूछता हूं मैं यूं तुमसे,
बात क्यों टाल देती हो तुम...?
यू रूठने का सबक बताती क्यों नहीं...?
किसके ख्यालों में खोई हुई हो तुम....!
यूं दिल तो तोड़ दिया मेरा तुमने,
अब किस को दिल में बसाना चाहती हो तुम...?
मेरी यादें दिल से मिटा देना चाहती हो क्यों तुम...?
किसके ख्यालों में खोई हुई हो तुम....!
"मित्र" कहता है यूं गौर करके सुनो तुम,
तस्वीर मेरी तेरे दिल में जहां रहती थी...
किसके लिए मेरी तस्वीर मिटाना चाहती हो तुम...?
किसके ख्यालों में खोई हुई हो तुम....!
{✍️मनिष कुमार "मित्र"26,11,20🙏}