अंतरात्मा का एक होना ही प्रेम हैं। मैं यह सोच ही रही थी कि, तुमने मुझे ही गलत ठहराकर... रिश्ते को 'जिस्म' जैसे दरिंदगी पर लाकर खड़ा कर दिया।

खुशी ढोके

Marathi Sorry by Khushi Dhoke..️️️ : 111607917

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now