प्यारा प्यारा लागे वृन्दावन l
आव ने काना आव खेले रास l
जमना के नीर आँसू बहाए l
बाँसुरी के सुर आँसू बहाए l
भीगा भीगा लागे वृन्दावन l
आव ने राधा आव खेले रास ll
वृंदावन की गालियां पुकारें l
आसो की रात अजवाले l
न्यारा न्यारा लागे वृन्दावन l
आव ने गोपी आव खेले रास ll
#NAVRATRI