फूलवारी आँगन हौ जैसै , महकता है
दिल खुश्बुदार जजबात से महकता है
है रंग ए नूर आशियाँ ,हकीकी तेरा ही
हरतरफ वोह,जमाल ए हुश्न चमकता है
रोशन है चाँद, आसमाँ ए दिल झिलमिल
सितारों की सौगाद , रैन भर चमकता है
है वफा का सिलसिला ,उम्मीद के घर में
घूंघरु जैसी खनक कहीं दिल खनकता है
बरसता है अब्र बहार बनकर अजब गज़ब ,
बीजली की चाल चलकर, मन चमकता है
-મોહનભાઈ આનંદ