कब तक सोचोगे औरों का
अरे अपने लिए कब सोचोगे
हर कोई आ जाता है सवाल लेकर
कब तक सफ़ाई देते रहोगे
बहुत हो चुका
दूसरों को चाय पिलाना
खुद सुकून की चाय कब पियोगे
ज़िन्दगी तो मिल गई है तुम्हे
ये तो बताओ
अब जीना कब शुरू करोगे
- @anitapathak1982
-अनुभूति अनिता पाठक