#महात्मा
शहीदों के बलिदानों से महात्मा के सत्याग्रह से
देश आजाद तो हो गया पर कहाँ है आजादी
कहाँ है आजादी
हर तरफ चीख पुकार है करुणा से भरा रुदन है
बेखौफ बड़ी निडरता से घूमता बलात्कारी यहाँ
और मरती मिटती छीन - छीन हो जाती
सरे बाजार आबरू यहाँ
जो समाज हमारी बहू बेटियों को हिफाजत नही दे सकता ऐसे समाज के ठेकेदारों को शर्म से मर जाना चाहिए
या तो इस सरजमीं से एक भी हैवान बचने ना पाए
या फिर हो जाने दो बंजर इस जमीन को
जिस समाज में बेटियां सुरक्षित नही
ऐसे समाज का पतन निश्चित है