एक कोशिश की है मेरी क़लम ने,
अब कोशिश है मेरी की कोई नाराज ना होंगे,
वक़्त का काम है वक्त मिले तो करना,
हमे तो विश्वास है कि हम किसीसे नाराज ना होंगे।
- परमार रोहिणी " राही "
hello friends...
हिन्दी में ये मेरी पहेली ही कोशिश है। मुजे आशा है आपको पसंद आएगा। अगर भूल दिखे तो आप मुजे बता सकते है ताकि आगे वो भूल मैं ना करू।
Rohini Raahi Rajput લિખિત વાર્તા "मुस्कुराहट की मौत... - 1" માતૃભારતી પર ફ્રી માં વાંચો
https://www.matrubharti.com/book/19897063/muskurahat-ki-maut-1
पढ़ियेगा जरूर और अपना प्रतिभाव भी दीजियेगा। सुक्रिया...🙏🏻🙏🏻