#पीला
गुफतगु ए कुच लोग गुमनाम हो गये,
पता नहीं क्यूं महफिल में बदनाम हो गये...
अंदाज था हमे वो रास्ता भटक गये,
साकी बने और जाम पे जाम #पीला गये...
दस्तुर जो दुनिया का था वो निभा गये,
हद बेहद हो के महफिल में तन्हा छोड
गये...
ए दिल संभल जा वो रुख बदल गये,
कुच सोचने नहीं देते ये जालिम जब
अपनी बात पे अड गये...