आज सोमवार तो कल
मंगलवार है आज महादेव का
वार है तो कल हनुमान जी का
वार है ..ब्रह्मदत्त
आज सोमवार कल मंगलवार है ब्रह्मदत्त
सोमवार सुबह सुप्रभातम्
सोमवार सुबह की बात ब्रह्मदत्त त्यागी
"शरीर को चंगा रखो....खुशी मिलेगी...
दिमाग़ को ठंडा रखो....शान्ति मिलेगी...
जेब को गरम रखो....शाबाशी मिलेगी...
आँखों में शरम रखो....आदर मिलेगा....
जुबान
को नरम रखो....सम्मान बढेगा....
दिल में रहम रखो....समाजिक सम्मानित होगें...
क्रोध पर लगाम रखो....आत्मशांति प्राप्त होगी...
व्यवहार को साफ़ रखो.... समाज की तारीफ मिलेगी....
होटो पर मुस्कुराहट रखो..... सदा मन की शांति बनी रहेगी....
फिर स्वर्ग मे जाने की
क्या जरूरत, यहीं स्वर्ग होगा.... स्वर्ग की अनुभूति यहीं पर मिलेगी
स्वस्थ रहो......व्यस्त रहो. खुश रहो आबाद रहो यही तमन्ना दिल से निकलती रहेगी
ब्रह्मदत्त
त्यागी हापुड़