तुम ही हो मेरे #मंदिर -मस्जिद,
तुम ही चर्च- गुरुद्वारा;
मेरे मन #मंदिर में बसा है,
बस एक प्यार तुम्हारा;
सजदा करता हुं में तो बस,
नाम का एक तुम्हारा;
मेरे दिल कि धड़कनों पर,
सजा है, साज तुम्हारा;
तेरे प्यार में दिवाना होकर,
गुन गुनाए गीत सुनहरा;
जीवनपर्यंत करते रहेंगे प्यार,
ये तुमसे वादा है हमारा;
#मंदिर