नारी अब नहीं बेचारी।
इस जग के हर कोने में तुम्हारी है अलग पहचान।
तुमने दम दिखाया अपना धरती हो चाहे आसमान।
नारी तुम सब पर भारी अगर किसी ने दिखाई आंख।
रणचंडी का रूप दिखा उसको वहीं पर कर दो राख।
है तुम में इतनी ताकत नहीं रही तुम जग में अबला।
तुम्हारी काबिलियत से इस जग का हर पहलू बदला।
क्षेत्र नहीं बचा कोई तुमसे ना ही कोई बचा मैदान।
कर मनोबल ऊंचा अपना तुमने लिया अपना स्थान।
कर सको निर्णय सबका तुम में इतनी शक्ति समाई।
नहीं हटे हैं कदम तुम्हारे हर संभव करके दिखलाई।
कभी बेटी बहन मां बनकर तुमहोअपना फर्ज निभाती
हो ममता की सागर तुम हम सबको एहसास कराती।
भूले जो मर्यादा तुम्हारी वह जग में इंसान नहीं।
जो नारी को करे प्रताड़ित उससे बड़ा कोई शैतान नहीं
शिक्षा सैन्य विज्ञान चिकित्सा चोटी पर तिरंगा लहराया
देश की हर गतिविधियों में नाम है तुम ने दर्ज कराया।
नारी हो तुम कितनी प्यारी है तुम्हारी अजब कहानी।
आंख उठाकर देखे जो माफ नहीं उसकी नादानी।
vp army ⚔️🇮🇳🌹🌹