# कविता ***
# विषय .स्नेह "
माँ तुने जन्म दिया ,तेरा स्नेह सदा बरसे ।
जनक तुने चलना सीखाया ,तेरा स्नेह सदा मिले ।।
बहना राखी बिना मेरी ,कलाई सुनी लागे ।
बहना तेरे बिना जी न लागे ,तेरा स्नेह सदा बरसे ।।
भैया तेरे साथ , बचपन में एक साथ खैले ।
आ मुझे गले लगा ले ,थोडा स्नेह बरसा दें ।।
परिवार के स्नेह के ,बिना जीवन अधुरा लागे ।
इस स्नेह के बिना ,जीवन व्यर्थ लागे ।।
इस स्नेह से ही ,सबका दिल खिलखिल जाये ।
ईश्वर कोई इस स्नेह ,से वंचित न रहे ।।
-Brijmohan Rana