चोट लगे पांव में तो ठीक भी होती है। चोट लगे दिल पे तो कहा जाए। दोस्त खुदा होता है। ऐसा पढा है। पर वो खुदाई न जाने तो कहा जाए। रीस्ते में दरारें पड जाए तो ठीक हो जाती है। मगर रीस्ता ही तुट जाए तो कहा जाए। खुदा का इन्साफ साफ होता है। पर खुदा ही रूठ जाए तो कहा जाए।