कमी है तेरे प्यार की
कमी है उस खुशबू की जो दूर से ही तेरे आने का अहसास करवाती थी
कमी है उस विश्वास की जो तूने करवाया था मुझे
कमी है उस अटूट वाले रिश्ते की जिसकी तूने संजोए रखने कि कसमें खाई थी
कमी है उस बेफिक्री की जो तेरे आस पास रहते हुए मुझे महसूस हुई
कमी है उस तारीफ़ की जो तुम किया करते थे मेरी खुबसूरती की
कमी है उस ख़ास इंसान की जिसने मेरी एक अधूरी सी ज़िन्दगी की कमियों को पूरा किया था ..... रितु की कलम से✍️....
#कमी