सुनो श्याम प्यारे.......🙏
सब कहते है,"प्यार" के "सरताज़" हो तुम,
लेकिन फ़िर भी तुम्हारे "प्यार" के लिए
"मोहताज़" है हम..
"शिकायतें" वहां होती हैं जहाँ "एतबार" ना हो,
मेरा तो "यकीन" ही तुम हो तो शिकायत कैसी..!!
"जहाँ हरि "प्रेम" है वहीँ हरि "परिवार" हैं"
सुप्र
जय श्री कृष्णा..
🌹🙏🙏🌹