# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .गहना "
# .कविता ***
शिष्टाचार उत्तम ,जीवन का गहना ।
शिष्टाचार संस्कार ,सीखाता ।।
शिष्टाचार बिना ,जीवन नर्क होता ।
शिष्टाचार विनम्रता ,सीखाता ।।
शिष्टाचार सब जगह ,पूजा जाता ।
शिष्टाचार पल में ,आँखों का तारा बनाता ।।
शिष्टाचार विहीन ,मानव पशुतुल्य होता ।
शिष्टाचार ही ,उत्तम जीवन सीखाता ।।
शिष्टाचार अनुशासन ,सीखाता ।
शिष्टाचार जीवन ,को सुशोभित करता ।।