आज फिरसे सतयुग दे रहा है दस्तक ,
लौट रहे है दशरथ नंदन सियापति राम।
सजा रहे है अयोध्या नगरी जोरो से
क्यू की हो गया है समय रघुनंदन के आने का ।
नहीं सोचा था कि कभी कलयुग भी
ऐसा रंग चारो और बिखरेगा ।
चलो करते है स्वागत कि तैयारी और मनाते है
फीर से दीवाली एक और बार।
जय श्री राम