पता नही था प्यार में,
इतना मीठा दर्द होता है।
कभी-कभी दील उनको लेके,
बच्चा बनके रोता है।
तेरी पहेली नजर ने,
हमे खुद से जुदा किया।
तेरी प्यारी सी सुरत,
को दील मे बसा लीया।
मन भटके तेरी और,
बार-बार तूने एषा कया किया?
तेरी मासुमीयत ने हमे,
बनजारा बना दीया।