छोटा सा मासूम सा दिल,
झेलता हैं कितनी मुश्किल,
परिंदे सा उड़ना चाहें,
चाहें बस तुम अब जाओ मिल.....
छोटे से दिल के,
मासूम से अरमान,
बस तेरी एक नज़र से,
मिल जातें हैं इसे दो जहान....
छोटा सा दिल बेचारा,
तेरे लिए भटके बन आवारा,
ठौर ठिकाना नहीं हैं कोई,
दिल मेरा हुआ बेघर बंजारा....
छोटे से दिल ने तुझ से,
लगाई ऐसी लगन,
हो बांवरा घूमें,
बना दिया मुझे जोगन....
दिल सा नादान,
हैं भला कौन,
जुस्तजू तेरी करता हैं,
हैं तेरे ही सामने मौन....
दिल हमारा,
तितली सा न्यारा,
फुल से तुम,
महके तुमसे प्यार हमारा.......
धड़कनो के साज पर,
थिरकता सा दिल,
हो तुम तो हैं हम,
बस बना लो,
इस दिल को तेरे काबिल....!!!
✍✍वर्षा अग्रवाल द्वारा रचित 🙏🙏🙏