देवो के देव महादेव
का में लाडला बेटा ।
मेरे सिर पे है हाथ ,
हरदम मेरे भोलेनाथ का ।
मुझे नहीं पता सच क्या है
और फरेब क्या है मल्लिकार्जुन।
मुझे तो बस इतना पता है,
मेरे साथ हरदम है ओम्कारेश्वर ।
मुझे किस बात का है गम ?
जब मेरे साथ है मेरे महाकालेश्वर ।
चाहे जितनी भी आ जाए आंधियां
में डटकर खड़ा हूं सोमनाथ के चरणों में।
सुना है केदारनाथ में स्वर्ग से
हवा आती है ,
इस सावन में हो सके तो
भोले बाबा हमें
नागेश्वर तक बुला लो ।
तेरी याद हर पल मेरे दिल में
एक बोझ सी बनकर बैठी है बैद्यनाथ ।
कब आकर तुम मुझे,
दर्शन दोगे मेरे त्र्यम्बकेश्वर ?
जानता हूं कि हरपल और हर दम ,
मेरे साथ ही तुम हो रामनाथस्वामी ।
इतनी अपने बच्चे की अरज
सुन लो मेरे प्यारे घृष्णेश्वर ।
ना मुझे कोई छू पाए ,
ना मुझे कोई रोक पाए विश्वनाथ।
इतना सा वरदान दे दो मुझे
और जीवनभर के लिए अपना दास बना लो भीमाशंकर।