# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .नुकसान "
# कविता ***
हमसे दुश्मनी लेकर ,तू नुकसान उठायेगा ।
विश्व में तू बेकार ,बदनाम हो जायेगा ।।
हमारे व्यापार से तू ,वंचित हो जायेगा ।
हमारी सेना का तू ,मुकाबला न कर पायेगा ।।
हमारी धृणा का तू ,पात्र बन जायेगा ।
तेरी विश्वासधात ,चाल से तू ही पछतायगा ।।
भारतदेश का कोई ,बांल भी बाँका न कर पायेगा ।
विश्व सारा हमारे ,साथ हो जायेगा ।।