#कल हों ना हो
वक्त का हर लम्हा कीमती हैं,
संसार में थोड़ा खुल के जी लो।
हर लम्हे में छिपी हैं ख़ुशी,
इन लम्हों को ही जिंदगी बना लो।
क्या पता वो आने वाला कल हों ना हो।।
नहीं कोई साथी तुम्हारा,
नही कोई दोस्त तुम्हारा,
तुम अपनी दुनियां खुद बना लो।
तलाश है तुम्हें जिसे पाने की,
वो, कहीं तुम्हारे आस पास तो नहीं।
क्यों करना गीलां किसी से,
क्यों करना शिकवां किसी से,
पहलें तुम थोड़े अपने तो बन जाओ।
क्या पता वो आने वाला कल हों ना हो।।
जीवन के हर मोड़ पर है खुशियों को
इंतजार तुम्हारा,
तुम साहस तो करो आगे बढ़ने का,
क्या पता कहीं वो ही मुंह मोड़ ले तुमसे।
तुम इस आज में ही जी लो जिंदगी,
क्या पता ये आनेवाला कल हों ना हो ।
_mamta b.