Prem_222:
आजके टॉपिक ने हमारी sweat sixteen
की याद दिला दी,
रहते थे स्वप्नों के समन्दर मे खोए खोए,
नजाने कौनसा जहरीला सर्प दंश गया था,
ना होश था उन्हीं के खयाल मे डूबे डूबे,
रात तारे गिनते हुए हर वक़्त गुजरा था l
याद जब आयी थी आइने को देखते थे,
सूरत नजर आती थी वो स्वपन वाली,
दिल भी वो बहारो मे जुमा करता था,
मिलन का मोका कहा देती वो दिल वाली l
#युवा