# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .युवा "
# विधा .कविता ***
आज का युवा ,महान है ।
आज का युवा ,बुद्धिमान है ।।
आज का युवा ,होनहार कर्मठ है ।
आज का युवा ,पत्थर तोड़ पानी निकाल सकता है ।।
आज के युवा ने ,कयी इतिहास रचे है ।
आज के युवा ने ,अंतरिक्ष में अपना डंका बजाया है ।।
आज का युवा एक ,कुशल इंजीनियर है ।
उसकी बनाई कृतियाँ देख ,आँखें आश्चर्य चकीत रह जाती है ।।
आज का युवा ,भगवान को भी मात देता है ।
आज का युवा असंभव ,को संभव बनाता है ।।
आज का युवा ,हर क्षैत्र में बाजी मारता है ।
आज का युवा ,कर्मशील बन गया है ।।
आज का युवा ,हुनर सीख गया है ।
आज के युवा को ,कोई हरा नहीं सकता है ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।