नमन मातृभूमि मंच ।
कविता
विषय .अहम् ***
हवा में मत ,उड़ पगले ,
पल में धरती पर गिर जायेगा ।
तेरा अहम् ,ही तुझें पल में ,
सर्वनाश की ओर ले जायेगा ।।
मेरा मेरा ,कहता जिसको ,
वो साथ कभी ,नहीं आयेगा ।
तेरा ही तुझें ,पल में ,
धूलधूसरित कर जायेगा ।।
वक्त को ,पहचान पगले ,
जो किसी का ,न बन पायेगा ।
समय के साथ ,नहीं चला तो ,
आँसू बहाता ,ही रह जायेगा ।।
सदाचार ,नम्रता ,को अपना लें पगलें ,
जीवन तेरा ,धन्य बन जायेगा ।
तू सबकी आँखों ,का तारा बन जायेगा ।।
बृजमोहन रणा ,कवि ,वागड़ अंचल ,अमदाबाद ,गुजरात ।