आज मैं एक बात कहना चाहता हूं कि मैं ज्यादा काबिल तो नहीं पर अपने मन में आये बिचार टूटे फूटे शब्दों में लिखता हूँ अगर मुझसे या मेरे बिचारो से अगर किसी को कोई परेशानी हुई हो तो उसके लिए छमा चाहता हूं और कोशिश करता भी हूँ कि हमारे टूटे फूटे शब्दों से किसी को कोई परेशानी न हो