#भ्रष्ट
भ्रष्ट यहाँ सब हो गये, धर्म है भ्रष्टाचार ।
लूट सको जो लूट लो,कर लो बेड़ा पार ।।
कर लो बेड़ा पार देश को लूटो बांटो ।
रोके कोई तुम्हें उसे तुम कसके डांटो।।
जन्मसिद्ध अधिकार तुम्हारा ऐसा करना ।
ऊपरवाला भी करता है फिर क्या डरना
छापे से कैसा घबराना उनको घूस खिलाना ।
खाता अपना स्विस बैंक में ही तुम खुलवाना ।।
एक गरीब दो पैसे खातिर कैसे मेहनत करता ।
सब कुछ अपना बेचबांच कर पेट तुम्हारा भरता
ऊपरवाला एक दिन तुमको ऐसी पटकी देगा।
घड़ा तुम्हारे पापों का एक दिन तो फूटेगा ।।